सत्ता का कड़वा सेब 'मसर्रत'


जम्मू-कश्मीर में सत्ता का सेब खाकर सेहत बनाने का सपना संजोया था बीजेपी ने...हालांकि, सियासत में सत्ता का सेब खाकर सेहत बनाना तो हर कोई चाहता है...कश्मीर के सेब तो वैसे भी मशहूर हैं....लेकिन बीजेपी-पीडीपी गलबहियां करते हुए जिन गलियों की सैर पर निकले उसमें पहली गलती अलगावादी मसरत आलम की रिहाई है...और ये केवल गलती नहीं है बल्कि इससे साफ होता है कि कुर्सी के लिए कुछ भी करेगा...पन्ने पलटेंगे तो परिदृश्य में बहुत से दृश्य आपके दिमाग में कौंध जाएंगे कि, कैसी कैसी रचनाएं हो जाती हैं राजनीति के रंगों से...किरदार बदल जाते हैं और कहानी वही रहती है कई बार सब सरकार बदल जाती हैं...

लेकिन अब किरदार बदला है, कहानी नहीं बदली...महाभारत का आलम है अलगाववादी मसरत की पर...सोच और फिक्र की गलियों से लेकर संसद तक शोर के दलदल में फंसी है मसरत के फंसाने पर...अब गर्दन तक फंसी बीजेपी करे तो क्या करें सिवाए भरोसे की खुराक के....पहले रिहा कराया था अब गिरफ्तार कराया गया है...ये होना जरुरी है...क्योंकि ये असहनीय है मसर्रत जैसे लोगों की जुरर्त कैसे हो सकती है खाए हिंदुस्तान का गाए पाकिस्तान का...ऐसे सपोले कुचले ही जाने चाहिए सत्ता तो आनी जानी है...फिर आपकी राष्ट्रवादिता पर भी सवाल उठेंगे कि हाथी वाले दांत खाने के और दिखाने के और....
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हर मंच और माईक पर पीएम मोदी ने कहा, सौगंध मुझे इस मिट्टी की देश नहीं झुकने दूंगा...अब वक्त है उन वाक्यों की गंध बनी रहे...ईंट का जवाब पत्थर से देना होगा...सीजफायर में आम जनता से लेकर सैनिकों की शहादत बहुत हुई...वैसे भी बहुत बह चुका है अब तो गंगा में पानी....ये लालच की लालसा में कई समझौता आपको कहीं का नहीं छोड़ेगी बीजेपी-पीडीपी गठबंधन टूटता है तो टूट जाए..फिर तो वही बाक होगी कि, सब एक तवे की रोटी कोई मोटी कोई छोटी.....
वैसे भी, इतिहास कभी सीधी गति से नहीं चलता...हर बार नया मुकाम चुनता है...बीजेपी और पीडीपी शायद पड़ाव बने हैं...कल किसी और पर सवाल था...आज आप पर सवाल है..

जवाब भी देना पड़ेगा जिम्मेदारी ली है तो...नहीं तो किस आईने में अपनी तस्वीर देखेगी बीजेपी...क्योंकि अतीत और वर्तमान के आइने में तस्वीरें अलहदा तो नही हैं...मोदी जी वैसे भी अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी में धाक जमाने में लगे है...अपना कौना भी दुरुस्त होना जरुरी है...नहीं तो आज मसरत मचल रहा है कल कोई मस्ताना होगा...बस बहुत हुआ अब....

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